अगर तुमको किवता लेखन करना है तो जो तुम अकेले बैठकर सोचते हो उसको मत लीखो बलिक वो लीखो जो तुमको दूसरों से अलग करता है,अर्थात सब से हटकर लीखो ,तुक मत ज्माओ बस इतना करो की लीखो जो सोच रहे हो/ बाकी काम आसान है पूछना ,,,,तुम्हारा (anirudha singha)
Tuesday, February 26, 2008
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